रोगों की झाड़नी

Responsive Ad Here

रोगों की झाड़नी मन्त्रः-

“खेरे पै की आमली, अगल-बगल की डार । ऊपर मोती गा गहे, तर भैंसा रखवार । वा भैंसा न जानिए, पालै तेली कलार । नौ गगरा मद के पिए, नौ सौ बकरा खाय । सांझी बाबा को चीर-फार, शिव बाबा की जटा उखार । छत्तीस रोग हांक के न आवे, तो राजा भीम न कहावे ।।”


विधिदशहरे या दीपावली को १०८ घी के होम देकर जगाए । फिर ७ बार मन्त्र पढ़कर मयूर-पङ्ख, चाकू या अगर-बत्ती से झाड़ दे, तो सब रोग ठीक हों ।
Responsive Ad Here

Author:

velit viverra minim sed metus egestas sapien consectetuer, ac etiam bibendum cras posuere pede placerat, velit neque felis. Turpis ut mollis, elit et vestibulum mattis integer aenean nulla, in vitae id augue vitae.